फलों का उत्पादन बढ़ाने के लिए आबकारी विभाग करेगा सेमिनार

वर्तमान समय में परंपरागत रूप में फलों के व्यवसाय में लगे किसानों के अतिरिक्त युवाओं का भी रुझान वाइनरी क्षेत्र में बढ़ रहा है। आबकारी विभाग प्रदेश में वाइनरी उद्योग का प्रोत्साहन कर रहा है, क्योंकि प्रदेश में बड़ी मात्रा में सबट्रापिकल फल जैसे आम, जामुन, अमरूद, केला, आंवला, आडू, चीकू, फालसा, शहतूत, बेर आदि का उत्पादन बहुतायत में होता है। फल उत्पादकों को वाइनरी के क्षेत्र में हो रही नई गतिविधियों व तकनीकी की जानकारी दी जाएगी, ताकि फल उत्पादक किसानों के अवशेष फलों का सदुपयोग हो सके व किसानों को फलों का अच्छा मूल्य मिल सके। प्रदेश में पैदा होने वाले फलों की खेती को बढ़ावा देने के लिए आबकारी विभाग 9 जुलाई को एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन करेगा। सेमिनार में फल उत्पादकों को उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए वाइनरी के क्षेत्र में हो रही नवीन गतिविधियों और तकनीकी की जानकारी दी जाएगी, ताकि फल उत्पादक किसानों के अवशेष फलों का सदुपयोग हो सके व किसानों को फलों का अच्छा मूल्य मिल सके।