यूक्रेन-रूस युद्ध से बढ़ सकती है एथनॉल की मांग 

यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध के चलते पेट्रोल के दामों में उछाल आने की आशंका है। लिहाजा एथनॉल की मात्रा बढ़ाई जा सकती है। प्रदेश की 56 निजी मिलों में लगी डिस्टिलरियां एथनॉल बनाती हैं। इसके लिए चार चीनी संघ की फैक्टरियां भी अभी चालू की गयी हैं। डिस्टिलरियां तीन प्रकार से एथनॉल बनाती  हैं। एक विशुद्ध गन्ने का रस  यानि शुगर सीरप से बनता है। इसका रेट 63.45 रुपये प्रति लीटर है। दूसरा बी हैवी मोलासेस (ऐसा शुगर सीरप, जिसमे थोड़ी शुगर रह जाए) से बने एथनॉल का 59.08 रुपये प्रति लीटर और सी हैवी मोलासेस (जिसमे बिल्कुल  शुगर न हो) से बने एथनॉल का रेट 46. 66 रुपये प्रति लीटर है। सरकार भले ही पेट्रोल में 10 प्रतिशत एथनॉल मिश्रण की बात करती हो, पर यूपी में अभी यह प्रतिशतता भी पूरी नहीं हो पायी है। अभी मिश्रण का ओवरऑल औसत 8. 1 प्रतिशत आ रहा है। वैसे तो इस लक्ष्य को अधिकतम 30 प्रतिशत तक ले जाया जा सकता है, लेकिन पहले तो 10 प्रतिशत  को पूरा करना है।